Monday, October 14, 2019

हर दोस्ती अच्छी नहीं

हर दोस्ती अच्छी नहीं!

दोस्ती बहुत सोच समझ कर करनी चाहिए। बुरे दोस्त का साथ परेशानी देता है पर अच्छे दोस्त का साथ खुशी देता है।

एक गोबर में रहने वाले कीड़े (गोबरी) की मित्रता एक फूलों पर मंडराने वाले कीड़े (भँवरे) से हो गई। एक दिन गोबरी ने भँवरे को अपने यहाँ खाना खाने के लिए बुलाया। भँवरे को गंदे, बदबूदार गोबर, कूड़े में जाना पड़ा। फिर एक दिन भँवरे ने गोबरी को अपने भोजन के लिए बुलाया। फूलों के सुगन्धित, स्वादिष्ट और मीठे रस को पीकर गोबरी बहुत खुश हो रहा था कि एक व्यक्ति ने उन्ही फूलों को तोड़कर मंदिर में चढ़ा दिया और थोड़ी देर बाद पंडित जी ने सब फूलों को समेट कर गंगाजी में प्रवाहित कर दिया। भँवरा गोबरी से पूछता है कि, "तुम्हे कैसा लग रहा है", तो गोबरी बोला तुम्हारी मित्रता मेरे लिए बहुत अच्छी रही। स्वादिष्ट भोजन, मंदिर में भगवान के दर्शन और अब गंगाजी का स्पर्श करके मैं धन्य हो गया। गोबरी की मित्रता के कारण, भँवरे को कूड़ा खाना पड़ा और भँवरे की मित्रता ने गोबरी का जीवन सार्थक कर दिया।

दोस्ती खुशी, प्रसन्नता, सुख, शांति, प्रेम, प्यार, सन्तोष पाने के लिए की जाती है। बुरे लोगो का साथ हमारे जीवन में कोयले की तरह होता हैं, जो गर्म होगा तो हाथ जला देगा और ठंडा होगा तो हाथ काले कर देगा। मतलब नुकसान तो करेगा ही। ऐसे लोग सच्चे मित्र नहीं होते, जोंक की तरह  होते हैं। जो सामने अच्छी तरह से बात करते हैं परन्तु पीछे से आपकी कही गई बातों का मजाक उड़ाते हैं, बुराई करते हैं, गोपनीय बातें उजागर करते हैं और जरूरत पड़ने पर साथ भी नहीं देते। इसलिए नकारात्मक लोगों को अपने आसपास से हटा दे ताकि जीवन में अच्छे दोस्त के आने की जगह बने। जो आपकी भावनाओं की कद्र करने वाला हो। जिससे बात करके मन प्रसन्न हो, परेशानी भूल जाये। ऐसे दोस्त के लिए जगह बनाने के लिए अपने नजदीक से फालतू की मित्र मंडली को विदा कर दे। अपना समय किसी अन्य गतिविधियों में लगाना शुरू करे, सकारात्मक सोच के प्रभाव से गलत और बुरे लोग आपसे दूर होंगे। अच्छे दोस्त भी मिलेंगे और खुशी भी मिलेगी।

खुश रहो, स्वस्थ रहो, व्यस्त रहो, मस्त रहो।

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